पालमपुर-30 मई 2023
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि जोगिन्दरनगर का बिजली घर आज तक भी हिमाचल प्रदेश को न मिलना एक बहुत बड़ा अन्याय है। मुझे खुशी है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री इस सम्बंध में भारत सरकार से बात कर रहे है।
उन्होंने कहा कि मण्डी रियासत से लीज का तो एक बहाना पंजाब सरकार बनाती रही।लीज की अवधि समाप्त हो गईं उसके साथ वह बहाना भी समाप्त हो गया परन्तु सच्चाई यह है कि 1966 के पंजाब पुर्नगठन कानून के बाद ही यह बिजली घर हिमाचल प्रदेश को मिल जाना चाहिए था। मैंने 1978 में इस सम्बंध में उस समय के प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई से यह मामला उठाया था, वे सहमत थे। परन्तु पंजाब और हरियाणा के विरोध के कारण अन्तिम निर्णय के लिए एक कमेटी बना दी।
शांता कुमार ने कहा कि 1966 के पुर्नगठन कानून के अनुसार पुर्नगठन के बाद बनने वाले तीनों प्रदेषों में सांझे पंजाब की स्थित सम्पत्ति उन्हीं को मिलने का स्पश्ट प्रावधान था। उस समय जोगिन्दरनगर बिजली घर सांझे पंजाब की सम्पत्ति थी और 1966 के बाद वह सारा क्षेत्र नये हिमाचल प्रदेश का भाग बन गया था।
उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुख्यमंत्री रहते हुए केन्द्र की कांग्रेस सरकार से मैं हिमाचल की पन-बिजली परियोजनाओं में रायॅल्टी का सिद्धान्त मनवा पाया। भारत के इतिहास में पहली बार इस प्रकार की रायॅल्टी मिलनी प्रारम्भ हुई। आज करोड़ों रू0 प्रतिवर्ष रायॅल्टी के रूप में हिमाचल प्रदेश को मिल रहे हैं। उस समय तय की गई 12 प्रतिशत रायॅल्टी आज बढ़नी चाहिए। उन परियोजनाओं की देनदारी भी समाप्त हो गई। बिजली का भाव बढ़ गया इसलिए बिजली पैदा करने वाले पानी के रायॅल्टी का भाव भी बढ़ना चाहिए। हिमाचल प्रदेश को भाखड़ा बांध जैसी कुछ योजनाओं से पूरा अधिकार आज तक नही मिला।
शांता कुमार ने कहा इस सम्बंध में केवल हिमाचल सरकार ही नही पूरा हिमाचल प्रदेश भारत सरकार से अपना अधिकार प्राप्त करने के लिए संघर्ष करे। उन्होंने सुखविन्दर सिंह सुक्खू , मुख्यमंत्री से आग्रह कि या कि वे हिमाचल के युवा केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर को साथ लेकर दिल्ली जाए। प्रधानमंत्री महोदय से मिले और हिमाचल प्रदेश के इन सब अधिकारों को प्राप्त करने का प्रयत्न
करे। प्रदेश के इस महत्वपूर्ण प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और नेता विपक्ष जय राम ठाकुर ही नही, भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा से भी मेरा आग्रह है कि लम्बे समय से हिमाचल के साथ होने वाले इस अन्याय को समाप्त करने में सभी योगदान दें।