मशरूम उत्पादन को लेकर किसानों को किया जागरूक

धर्मशाला, 10 सितंबर

मशरूम विकास परियोजना पालमपुर में मशरूम दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में किसानों  को मशरूम उत्पादन को लेकर जागरूक किया गया इसके साथ ही आय के साथ-साथ रोजगार सृजन तथा उपभोक्ताओं को पोषक तत्वों और औषधीय गुणों के बारे में भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बागबानी विभाग के संयुक्त निदेशक कमलशील नेगी ने किसानों को बागवानी विभाग  की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। नेगी ने कहा कि किसान, मशरूम की खेती से अपनी आय में वृद्धि कर सकते है और एक पौष्टिक आहार भी अपने परिवार को उपलब्ध करवा सकते हैं। खुंब  दिवस में बागवानी विभाग की ओर से मशरूम की खाने वाली विभिन्न प्रजातियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस अवसर पर 100 से अधिक किसानों बागवानी और मशरूम उत्पादकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर उप निदेशक बागवानी कांगड़ा डॉक्टर अलक्ष पठानिया  ने किसानो को सम्बोधित करते हुए कहा कि  मशरूम उत्पादन आय का स्रोत हो सकता है. उन्होंने किसानों को शिटाके, बटन मशरूम और ढींगरी मशरूम जैसे आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण मशरूम उगाने का भी सुझाव दिया।इस अवसर पर विषय वाद विशेषज्ञ जायका प्रोजेक्ट डॉ सपन ठाकुर ने किसानों को शिताके मशरूम के बारे में किसानों को उसकी उपयोगिता एवम  गुणवक्ता के बारे में बताया। इससे पहले विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. हितेंद्र पटियाल ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा की विभाग की ओर से इस प्रशिक्षण शिवर में किसानों को मशरूम की खेती, उसकी बीमारियों, मार्केटिंग और बैंक के माध्यम से सहायता प्राप्त करने की जानकारी दी गई।
मशरूम उत्पादक डॉ. सुनील कुमार और किसान विनोद ने भी किसानों से अपने अनुभव सांझे किए और इसे स्वरोजगार के रूप में अपनाने को कहा। इस अवसर पर हंस फाउंडेशन के परियोजना प्रबंधक ओम राज शर्मा ने किसानों का धन्यवाद किया है और कहा है कि मशरूम से लोगों को आय का स्रोत  बनाया जा सकता  है। कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ डॉक्टर उमंग भारद्वाज,   उद्यान विकास अधिकारी डॉ. राजेश पटियाल और डॉ हितेश ठाकुर, सहायक उद्यान विकास अधिकारी संजय मेहता उद्यान प्रसार अधिकारी किरण कुमारी, हंस फाउंडेशन के डॉ. अरुण और डॉ. चेतना प्रगतिशील मशरूम उत्पादक  विनोद ने भी किसानों को संबोधित किया।

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