धर्मशाला, 19 नवम्बर: जिला कांगड़ा की जिला पर्यावरण योजना के लिए जिला प्रशासन ने सभी शहरी स्थानीय निकायों को आवश्यक डेटा उपलब्ध करवाने के निर्देश जारी किए हैं। जिला पर्यावरण योजना के अंतर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, सड़क सफाई व्यवस्था, डोर-टू-डोर कलेक्शन, अपशिष्ट प्रसंस्करण तथा अन्य पर्यावरणीय मापदंडों पर निरंतर प्रगति की समीक्षा की जा रही है।
यह जानकारी सहायक पर्यावरण अभियंता, हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, इंजीनियर वरुण गुप्ता ने आज उपायुक्त कार्यालय के एनआईसी सभागार में वीडियो काॅन्फ्रंेस के माध्यम से आयोजित बैठक के दौरान दी। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं विभिन्न क्षेत्रों के एसडीएम उपस्थित थे। इंजीनियर गुप्ता ने कहा कि संबंधित विभाग नवीनतम प्रगति रिपोर्ट, अवसंरचना की स्थिति और उपलब्ध संसाधनों से जुड़ी सभी जानकारियों को शीघ्रता से अपडेट करें।
उन्होंने बताया कि नगर निगम, नगर परिषदें और नगर पंचायतें घरेलू इकाइयों की संख्या, प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले ठोस कचरे की मात्रा, डोर-टू-डोर कलेक्शन की स्थिति, सड़क सफाई व्यवस्था, उपलब्ध वाहनों की संख्या, कम्पोस्टिंग यूनिट, बायोगैस प्लांट की स्थिति, प्लास्टिक कचरे के संग्रहण, निस्तारण एवं परिवहन से संबंधित जानकारी को भी अपडेट करें। इसके साथ ही कचरे के संग्रहण एवं निस्तारण हेतु की गई व्यवस्थाओं तथा अन्य पर्यावरणीय घटकों की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध करवाएं।

