ऑफिस टू ऑर्चर्ड कार्यप्रणाली को बढ़ावा देने पर बल
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज यहां उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बागवानों के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सेब के लिए जाना जाता है तथा फल उत्पादन प्रदेश के बागवानों की आय का मुख्य स्रोत है। प्रदेश सरकार बागवानों की आय बढ़ाने के लिए भी कार्य कर रही है। प्रदेश में सेब के अतिरिक्त अन्य फलों के उत्पादन को भी बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बागवानी मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बागवानों तथा फील्ड अधिकारियों के सुझावों पर विचार कर वर्तमान कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। उन्होंने ऑफिस टू ऑर्चर्ड कार्यप्रणाली को बढ़ावा देने पर बल दिया। इस अवसर पर उन्होंने विभाग द्वारा प्रदेश उष्णकटिबंधीय बागवानी, सिंचाई एवं मूल्य वर्धन परियोजना (एचपी शिवा) के तहत किए गए कार्यों की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि एशियन विकास बैंक द्वारा पोषित एचपी शिवा की सफलता के परिणामस्वरूप प्रदेश ने पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई है।
सचिव उद्यान अमिताभ अवस्थी ने इस अवसर पर उद्यान मंत्री का स्वागत करते हुए विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। निदेशक उद्यान विभाग डॉ. आर.के. पूर्थी ने कहा कि विभाग प्रदेश सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के कार्यान्वयन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधायक हरीश जनारथा, कुलदीप राठौर तथा पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने भी अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। इस अवसर पर एचपी शिवा के परियोजना निदेशक देवेन्द्र ठाकुर, बागवानी विकास परियोजना के परियोजना निदेशक सुदेश कुमार मोख्टा और उद्यान विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।