सीएसआईआर-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएसआईआर-आईएचबीटी), पालमपुर ने “उन्नत भारत अभियान” के तहत सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर, हिमाचल प्रदेश में “कारगिल में हींग की खेती” पर दो दिवसीय कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में कारगिल, लद्दाख के दस प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। किसानों को कारगिल क्षेत्र में हींग की खेती की संभावनाओं, इसकी जलवायु आवश्यकताओं, कृषि प्रौद्योगिकी, प्रबंधन और ओलियो-गम राल के गुणवत्ता विश्लेषण के बारे में अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त हींग नर्सरी तैयार करने, खेत में रोपण और टिशू कल्चर तकनीकों पर व्यावहारिक प्रदर्शन प्रदान किए गए। किसानों को किसान सभा मोबाइल ऐप (स्मार्ट खेती की ओर) के बारे में भी जानकारी दी गई। किसानों ने संस्थान में स्थापित हींग जर्मप्लाज्म संसाधन केंद्र और बीज उत्पादन केंद्र का दौरा किया।सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर के निदेशक डॉ. सुदेश कुमार यादव ने किसानों के साथ बातचीत करके सत्र का समापन किया और फीडबैक लिया। उन्होंने देश में हींग की खेती और उत्पादन के लिए किसानों को रोपण सामग्री के बड़े पैमाने पर प्रसार के लिए प्लांट टिशू कल्चर जैसे जैव प्रौद्योगिकी उपकरणों की भूमिका पर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने किसानों को अपनी अनुपयुक्त भूमि पर टिकाऊ तरीके से हींग की खेती करने और देश के हींग उत्पादन में अपना सहयोग देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने किसानों को सहभागिता प्रमाण पत्र भी वितरित किये।