राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में शिमला शहर के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरक पुस्तक एग्जाम वॉरियर्स का विमोचन किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने नई दिल्ली से प्रसारित परीक्षा पर चर्चा के छठे संस्करण का प्रसारण भी देखा।
राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाली विभूतियों के बारे में भी पढ़ना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से पाठ्य पुस्तकों के अलावा अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकों का अध्ययन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र, मार्गदर्शक और दार्शनिक होती हैं और किताबें हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। बच्चों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वह प्रदेश के विभिन्न स्कूलों का दौरा कर विद्यार्थियों के साथ संवाद कर चुके हैं और इसमें उन्होंने पाया कि पाठ्य पुस्तकों के अलावा अन्य पुस्तकें पढ़ने में विद्यार्थियों की रूचि कम होती है। अभिभावकों और शिक्षकों को भी बच्चों को ज्ञानवर्धक किताबें उपलब्ध करवानी चाहिए ताकि उनमें पढ़ने की आदत विकसित हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मूल रूप से यह पुस्तक बच्चों में परीक्षाओं के दौरान होने वाले तनाव को कम करने के संदर्भ में लिखी है। इसमें जीवन प्रबंधन के सम्बन्ध में विशेष जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक विद्यार्थियों को परीक्षा से पहले तनाव मुक्त रहने के लिए प्रेरित करेगी और इससे विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच संवाद बढ़ेगा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर, छोटा शिमला और बयोलिया स्कूल के विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत में उन्होंने अपने अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।