पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ एक व्यापक रणनीति तैयार करने का संकल्प लेते हुए कहा कि अगर हम खुद घर में हालात ठीक नहीं करते हैं, तो कोई भी हमारी सहायता के लिए नहीं आएगा.
उन्होंने इस्लामाबाद में नेशनल एक्शन प्लान (एनएपी) और नेशनल काउंटर-टेररिज्म अथॉरिटी (एनसीटीए) पर शीर्ष समिति की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही.
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए सांसदों को व्यक्तिगत पसंद और नापसंद से ऊपर उठना चाहिए.
बैठक में न सिर्फ़ नेताओं बल्कि सेना के कई बड़े अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया.
प्रधानमंत्री ने पिछले महीने हुई शीर्ष समिति की बैठक में शामिल नहीं होने पर इमरान ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की आलोचना भी की.
उन्होंने कहा कि पेशावर की घटना के बाद उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों को न्योता दिया था, लेकिन पीटीआई ने इसमें हिस्सा नहीं लिया और अब वे इस मामले को सड़क पर सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं.
30 जनवरी को पेशावर में एक आत्मघाती हमलावर ने एक मस्जिद में दोपहर की नमाज के वक़्त खुद को उड़ा लिया था. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस हमले में 101 लोग मारे गए थे और 200 से ज़्यादा लोग घायल हुए थे.