वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद–केन्द्रीय यांत्रिकी अभियन्त्रण अनुसंधान संस्थान (सीएमईआरआई) ने 26 फरवरी 2023 को अपना 66वां स्थापना दिवस मनाया। सीएसआईआर- सीएमईआरआई को वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद की महानिदेशक और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर), भारत सरकार की सचिव डॉ. (श्रीमती) एन. कलैसेल्वी, महानिदेशक,का आतिथ्य करने का सम्मान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद–केंद्रीय कांच एवं सिरामिक अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीजीसीआरआई), कोलकाता की निदेशक डॉ. (श्रीमती) सुमन कुमारी मिश्रा सम्मानित अतिथि के रूप में सम्मिलित रहीं।
गणमान्य व्यक्तियों के समक्ष सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों जैसे, नगरपालिकाओं के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली, एडिटिव विनिर्माण प्रौद्योगिकियों, मैकेनाइज्ड ड्रेन क्लीनिंग सिस्टम, आदि का प्रदर्शन किया गया।
सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक डॉ. नरेश चंद्र मुर्मू ने अपने स्वागत भाषण में पिछले कुछ वर्षों में की गई अनुसंधान गतिविधियों और एक आत्मनिर्भर भारत की दिशा में विभिन्न क्षेत्रों में संस्थान की उपलब्धियों का उल्लेख किया। डॉ. मुर्मू ने कृषि, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों, रणनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों के लिए जलवायु परिवर्तन, सतत इंजीनियरिंग सामग्री, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स (आईओटी) और 5 जी प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में संस्थान के भविष्य के अनुसंधान एवं विकास के बिन्दुओं पर भी विचार-विमर्श किया । उन्होंने हाइड्रोजन से चलने वाले ट्रैक्टर, एमएसएमई के लिए उद्योग 5.0, सहयोगात्मक रोबोट (सीओबीओटी), ऑटोनोमस मानवरहित जमीनी वाहन, ह्यूमनॉइड डाइविंग रोबोट आदि जैसी कुछ भविष्य की प्रौद्योगिकियों का भी उल्लेख किया ।
सम्मानित अतिथि डॉ. (श्रीमती) सुमन कुमारी मिश्रा ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में समाधान प्रदान करने की दिशा में सीएसआईआर-सीएमईआरआई की 66 वर्षों की समर्पित यात्रा के लिए बधाई दी और संस्थान के आगे विकास की कामना की। मैकेनिकल इंजीनियरिंग उत्पाद विकास के मूल में होने के कारण, डॉ. मिश्रा ने कहा कि अब अन्य सभी प्रयोगशालाएँ अपने उत्पादों में और सुधार के लिए सीएसआईआर-सीएमईआरआई की ओर भी देखेंगी । उन्होंने सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक द्वारा प्रस्तुत परिकल्पना की प्रशंसा की और आने वाली रोमांचकारी चुनौतियों को दूर करने की ओर संकेत किया।
डॉ. (श्रीमती) एन. कलैसेल्वी, मुख्य अतिथि डॉ. (श्रीमती) एन. कलैसेल्वी, ने प्रभावपूर्ण रूप से समारोह को संबोधित किया और सीएसआईआर-सीएमईआरआई की प्रतिभाशाली जनशक्ति, उत्कृष्ट ढांचागत सुविधा और एक दूरदर्शी कार्य योजना के संदर्भ में पूरा विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने संस्थान के सामाजिक विकास कार्यों की सराहना की और कामना की कि सीएसआईआर की प्रत्येक प्रयोगशाला को ‘हरित परिसर’ के लिए सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा नियोजित नगरपालिका ठोस अपशिष्ट (एमएसडब्ल्यू ) प्रबंधन प्रणाली के मॉडल को अपनाना चाहिए। डॉ. कलैसेल्वी ने बताया कि संस्थान अपनी यंत्रीकृत नाला स्वच्छता प्रणाली और अन्य सामाजिक तकनीकों के माध्यम से लोगों के जीवन को सही अर्थों में छूकर समाज की वास्तविक सेवा कर रहा है। उन्होंने संस्थान के लुधियाना केंद्र में विकसित बायो-डीजल उत्पादन प्रणाली के बारे में भीबताया।उन्होंने आशा व्यक्त की कि सीएसआईआर-सीएमईआरआई भविष्य की प्रौद्योगिकियों जैसे ई- मोबिलिटी, हाइड्रोजन ऊर्जा, मानव रहित आकाशीय एवं जमीनी वाहन, कोबोटिक्स आदि में महत्वपूर्ण योगदान देगा। डॉ. कलैसेल्वी ने सीएसआईआर की सभी प्रयोगशालाओं से आह्वान किया कि वे परिषद् की किसी भी प्रयोगशाला द्वारा पहले प्राप्त कर लिए गए अनुसंधान स्तर को अपने-अपने यहां भी लागू करें। उन्होंने कहा कि हम सभी को सीएसआईआर परिवार का सदस्य होने पर गर्व का अनुभव करने के साथ ही देश और दुनिया की बेहतरी के लिए काम करना चाहिए।
कार्यक्रम का समापन डॉ. बिस्वजीत रूज, मुख्य वैज्ञानिक और अध्यक्ष, सीएसआईआर-सीएमईआरआई स्थापना दिवस समारोह समिति द्वारा पारित धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ ।