अरविंद सिंह राजपूत रियलिटी शो ‘सुरों का एकलव्य’ में तीसरे स्थान पर ग्रैंड फिनाले में हिमाचल युवा गायक का चला जादू

पालमपुर

हिमाचली युवा गायक अरविंद सिंह राजपूत रियल्टी शो ‘सुरों का एकलव्य’ में तीसरे स्थान पर रहे। पश्चिम बंगाल की नीलांजना विजेता बनी तो उत्तर प्रदेश की प्रतीक्षा दूसरे स्थान पर रही। ग्रैंड फिनाले में दिग्गज पार्श्वगायक शान के साथ अरविंद सिंह राजपूत ने अपनी परफार्मेंस दी। लंबे समय से इस शो में अरविंद ने निर्णायकों को अपनी गायकी से मदहोश किया हुआ था। मशहूर संगीतकार भप्पी लाहड़ी, ईस्माइल दरबार और पंडित जतिन के समक्ष हर प्रतियोगी ने अपनी गायकी को रखते हुए आपस में एक दूसरे को कड़ी प्रतिस्पर्धा दी। बप्पी लहरी के निधन के बाद पार्श्व गायक शान इसमें जुड़े थे।
उल्लेखनीय है कि जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां से संबंध रखने वाले अरविंद सिंह राजपूत ने वायस आफ इंडिया से देश के सामने अपनी प्रतिभा को दिखाया था। उसके बाद वह माया नगरी मुंबई में अपने आगे के सफर को तय कर रहे थे। इसी दौरान एक और रियल्टी शो सुरो का एकलव्य के लिए वह चुने गए और इसका सीधा प्रसारण दूरदर्शन पर शनिवार और रविवार को प्राइम टाइम रात आठ से नौ बजे के बीच हुआ।
इस शो को लेकर भी काफी रोचक पहलू रहे क्योंकि जिस चैनल के लिए यह तैयार हुआ उसमें प्रसारण नहीं हुआ और दूरदर्शन में दिखाया गया। पूरे देश से इस शो में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद डेढ़ सौ गायकों का चयन हुआ। इन सभी गायक कलाकारों ने निर्णायकों के समक्ष अपनी प्रस्तुति रखते हुए प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ा गया तो डेढ़ सौ में से अस्सी कलाकार रह गए। उसके बाद अस्सी कलाकारों में से अंत में 24 कलाकारों का चयन हुआ। इन सभी का एक दूसरे के बीच रोचक मुकाबला हुआ और निर्णायकों भप्पी लाहड़ी, ईस्माईल दरबार और पंडित जतिन ने इन्हें संगीत और गायन की बारीकियां सिखाई। विगत वर्ष फरवरी माह में भप्पी लहरी के निधन के बाद यह शो कुछ समय रुका और उनकी जगह मशहूर पार्श्वगायक शान इसमें जुड़े। मगर अरविंद पारिवारिक कारणों से इस शो से अलग हो गए। लेकिन कहते है कि किस्मत में जो लिखा हो वह जरूर मिलता है। लोगों की मांग और प्यार के चलते अरविंद को वाइल्ड कार्ड के तौर पर ग्रैंड फिनाले में सीधे एंट्री दी गई और शान के साथ उन्हें मौका मिला।
अरविंद बताते है कि अभी के सफर में उनके लिए सबसे बड़ी जीत यह रहीं कि तीनों प्रमुख निर्णायकों ने उनकी गायकी को सुनकर स्टैडिंग अबैशन दी और यह कहा कि अरविंद तुम बहुत अच्छे पार्श्व गायक बनोंगें। वर्ष 2022 में अरविंद की बतौर पार्श्व गायक ” प्रेमातुर” उन्हें व्यापक पहचान दी। इस फ़िल्म के तीन गाने जो अरविंद ने गाये वह सुपरहिट रहे। अब इस नई सफलता से जहाँ उनके प्रशंसकों में खुशी की लहर है। रियल्टी शो में उन्हें तीसरा स्थान मिलना प्रदेश के लिए भी यह गौरान्वित पल है। अरविंद राजपूत रियल्टी शो के पिता कहे जाने वाले गजेंद्र सिंह को मायानगरी मुंबई में अपना गॉडफादर कहते है। जिनका सहयोग और मार्गदर्शन उन्हें हर समय मिलता है। इस साल उनकी पांच फिल्में रिलीज हो रही है।

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