भूमि कटाव रोकने की आवश्यकता: कुलपति प्रो.एच.के.चौधरी

कृषि विश्वविद्यालय में मनाया विश्व जल दिवस
पालमपुर,22 मार्च 2023

चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में जल और स्वच्छता संकट को हल करने के लिए परिवर्तन में तेजी लाने पर ध्यान देने के साथ बुधवार को विश्व जल दिवस मनाया गया।
कुलपति प्रो. एच.के. चौधरी  ने अपने संदेश में पहाड़ियों में वर्षा जल संचयन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में अधिकांश नदियां हमारे राज्य के जलग्रहण क्षेत्र से निकलती हैं, लेकिन किसानों को मानसून से पहले और बाद के महीनों में नमी की कमी और मानसून के दौरान भूमिकटाव की समस्या का सामना करना पड़ता है। अधिकांश ऊपरी उपजाऊ मिट्टी पहाड़ी क्षेत्रों से बह जाती है अन्य राज्यों में चली जाती है। इसलिए मिट्टी और पानी को बचाने के लिए संयुक्त उद्यम के लिए कृषि, वन, जल संसाधन, जल शक्ति और मृदा और जल संरक्षण जैसे विभिन्न विभागों को शामिल करते हुए वैज्ञानिक हस्तक्षेप के साथ भूमि कटाव की जांच करने की आवश्यकता है। यह मानसून में वर्षा जल संचयन के लिए खेत तालाबों का निर्माण करके किया जा सकता है और उसके बाद पानी की कमी की अवधि के दौरान पानी के कई उपयोगों सहित इसका उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने उन सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी जो निकट भविष्य के लिए जल संरक्षण के गंभीर प्रयासों के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मृदा संरक्षण और अन्य विभागों के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
मुख्य अतिथि अनुसंधान निदेशक डा. एस पी दीक्षित, सहायक अनुसंधान निदेशक डा.नवीन कुमार डा. अनिल कुमार, डा. संजीव कुमार संदल और डा. आर पी शर्मा ने भी पानी के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं डा. अंजलि, ईशा ठाकुर, भावना बबल,  सचिन और विशाली, मृदा विज्ञान और कृषि विज्ञान विभाग से कृषि और दैनिक जीवन में जल प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला।कृषि विश्वविद्यालय बनाएगा ग्रामीण युवतियों व महिलाओं को आत्मनिर्भर
अंद्रेटा में तीन माह का प्रशिक्षण आरंभ
पालमपुर,22 मार्च।  चौसकु  हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय ने दस किलोमीटर दूर अंद्रेटा गांव में बुधवार से महिलाओं के लिए तीन माह के प्रशिक्षण शिविर आरंभ किया। कुलपति प्रो.एच.के. चौधरी  ने अपने संदेश  में महिलाओं को आत्मनिर्भर बन कर अपने परिवार की आर्थिकी सुदृढ़ करने के लिए कहा।
मानव विकास विभाग की अध्यक्ष डा.राज पठानिया ने बताया कि भारतीय  कृषि  अनुसंधान परिषद एवम कृषक महिला संस्थान भुवनेश्वर द्वारा प्रायोजित इस तीन माह के विशेष  प्रशिक्षण  में  शोध सहायक गोल्डी चोपड़ा अनुसूचित जाति की महिलाओं और नवयुवतियों को सौंदर्य प्रसाधन से संबधित  प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इस  प्रशिक्षण शिविर  में बीस महिलाओं और नवयुवतियों को तीन माह तक प्रशिक्षण  देकर आत्मनिर्भर होने में मदद की जाएगी।   

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