शिक्षा मंत्री ने डे-बोर्डिंग स्कूलों के लिए किया भूमि का निरीक्षण

बोले… विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ मॉडल के रूप में विकसित होंगे राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल

धर्मशाला, 23 मई। राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण से पूरे देश में उत्कृष्ट सरकारी स्कूलों का एक सफल मॉडल विकसित होगा। जिला कांगड़ा के दौरे पर पहुंचे शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज जिले के विभिन्न क्षेत्रों में डे-बोर्डिंग स्कूलों के लिए चिन्हित जमीन का निरीक्षण करते हुए यह शब्द कहे। इस दौरान कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार, विधायक फतेहपुर भवानी पठानिया, विधायक शाहपुर केवल सिंह पठानिया और विधायक इंदौरा मलेंद्र राजन भी साथ रहे। रोहित ठाकुर ने आज जवाली विधानसभा के ठंगर, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के डोहब और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मंजार में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सुक्खू के निर्देशानुसार वे जिला कांगड़ा में डे-बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण के लिए चयनित भूमि के निरीक्षण के लिए दौरे पर आए हैं। उन्होंने बताया कि जवाली विधानसभा के अन्तर्गत ठंगर में लगभग 53 कनाल और शाहपुर के डोहब में लगभग 76 कनाल भूमि डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इन दोनों स्थानों में बहुत जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। वहीं फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मंजार में डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए लगभग 80 कनाल भूमि उन्होंने आज देखी। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के नाम होने के बाद यहां भी डे-बोर्डिंग स्कूल का निर्माण शुरु कर दिया जाएगा।
विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होंगे डे-बोर्डिंग स्कूल
रोहित ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के बच्चों के लिए शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र विकसित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा में बनने वाला डे-बोर्डिंग स्कूल विश्वस्तरीय व्यवस्थाओं से लैस होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार लगभग 100 कनाल भूमि पर लगभग 70 करोड़ की लागत से इन स्कूलों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में इन स्कूलों में पांचवी कक्षा तक पढ़ाई करवाई जाएगी। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से इन्हें बारहवीं कक्षा तक स्तरोन्नयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को हर सुविधा उपलब्ध हो इसलिए इनका निर्माण जिला या उपमंडल मुख्यालय के 5 किलोमीटर रेडियस में किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में आईसीटी सहित सभी आधुनिक तकनीकों के जरिए विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इनका भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी अत्याधुनिक होगा। रोहित ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री का ध्येय है कि बच्चे स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी निपुण हों। उन्होंने कहा कि इस हेतु इन डे-बोर्डिंग स्कूलों में कुल क्षेत्र का लगभग एक तिहाई हिस्सा खेल गतिविधियों और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए उपयोग किया जाएगा।

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राजकीय महिला बहुतकनीकी रैहन में प्रतिनिधि मंडलों से की भेंटशिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इससे पूर्व राजकीय महिला बहुतकनीकी रैहन में विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से भेंट की। इस दौरान राजकीय महिला बहुतकनीकी रैहन, वजीर रामसिंह पठानिया कॉलेज देहरी, पीटीए सहित विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों ने उनके समक्ष अपनी मांगे रखी। शिक्षा मंत्री ने सभी प्रतिनिधि मंडलों की समस्याओं को सहानुभूति पूर्वक सुनते हुए, उनके समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी सरकार प्रदेश में शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर को उच्च स्तरीय बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों से लेकर शिक्षक और गैर-शिक्षक सहित शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रत्येक वर्ग की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार संकल्पबद्ध है।
सिलसिलेवार ढंग से किया जाएगा संस्थानों का स्तरोन्नयन
उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल दो ही राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान हैं। जिनमें एक राजकीय महिला बहुतकनीकी रैहन और दूसरा कंडाघाट में स्थित है। उन्होंने कहा कि लगभग 42 करोड़ की लागत से बना यह संस्थान प्रदेश के महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों में से एक हैै। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में न केवल हिमाचल बल्कि पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों के बच्चे भी शिक्षा ग्रहण करते हैं। उन्होंने कहा हिमाचल सहित पड़ोसी राज्यों की बेटियों की शिक्षा के लिए एक अच्छा संस्थान विकसित हो इसके लिए हर संभव प्रयास सरकार द्वारा किए जाएंगे।
उन्होंने संस्थान में बी. फार्मेसी शुरु करने, छात्राओं के लिए होस्टल सुविधा उपलब्ध करवाने के साथ-साथ इसके स्तरौन्नयन की मांग पर गंभीरता पूर्वक कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार सिलसिलेवार ढंग से इन सभी कार्यों को करेगी तथा छात्राओं को सुविधा देने के लिए हर व्यवस्था को यहा सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कॉलेज कैडर में शिक्षकों के पदों को भरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वजीर रामसिंह पठानिया महाविद्यालय देहरी में शिक्षकों के खाली पड़े पदों को भरने के साथ इतिहास और कामर्स विषय में पीजी कक्षाओं को शुरु करने के लिए भी सरकार प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कॉलेज में प्रशासनिक ब्लॉक और सभागार जैसे भवनों के निर्माण कार्यों को भी क्रमवार किया जाएगा।

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भारत के साहस और वीरता के परिचायक हैं महाराणा प्रताप: रोहित ठाकुरवीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जीवन भारत की वीरता और साहस का परिचायक है। फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में आज मंगलवार को महाराणा प्रताप जयन्ती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने यह शब्द कहे। राजपुत सर्वहित कल्याण सभा फतेहपुर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक भवानी सिंह पठानिया उनके साथ उपस्थित रहे। रोहित ठाकुर ने कहा कि महाराणा प्रताप केवल क्षत्रिय ही नहीं अपितु पूरे भारतीय समाज के नायक है। उनका जीवन पूरे भारतीय समाज को स्वाभिमान के साथ जोड़ता है और कठिन परिस्थितियों से लड़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि मुगल आक्रांताओं के विरुद्ध उनकी लड़ाई आज भी पूरे समाज में शौर्य का संचार करती है।
उन्होंने इस अवसर पर वजीर रामसिंह पठानिया के योगदान का स्मरण करते हुए उनकी वीरता को नमन किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष के लम्बे काल में भारत की स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले सभी वीर-वीरांगनाओं के हम ऋणि हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी वीरों का अनुसरण करते हुए हमारे वीर भूमि कांगड़ा के जवानों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिये हैं। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि हमारे छोटे से प्रदेश को सर्वाधिक वीरता पुरस्कार प्राप्त हैं। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप जैसे वीरों के जीवन से हमारे जवानों को सर्वस्व न्योछावर करने की यह प्रेरणा सदैव मिलती रहेगी।
सर्व समाज की बेहतरी के लिए करें कार्य: भवानी पठानिया
वहीं इस मौके पर फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक भवानी सिंह पठानिया ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप के जीवन से प्रेरणा लेते हुए हमें किसी एक जाति नहीं अपितु सर्व समाज की बेहतरी के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने लोगों को वीरवृत्ती से जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जीवन हमें प्रेरणा देता है कि समय कैसा भी हो हमें कभी भी कायरता का आलिंग्न नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज को पीड़ित होने की प्रवृत्ती को छोड़कर वीरभाव से जीवन जीना चाहिए और हर समस्या से पार पाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
इस अवसर पर निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत सिंह, उप निदेशक सुधीर भाटिया, एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती, एसडीएम जवाली महेंद्र प्रताप, राजपूत सर्वहित कल्याण सभा फतेहपुर के अध्यक्ष राघव पठानिया सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

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