कांगड़ा में भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम में बोले पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर
कांग्रेस सरकार के ख़िलाफ़ आम लोगों से लेकर पार्टी के बड़े नेता, सब असंतुष्ट
कांगड़ा के जयसिंहपुर और सुलह में नवनियुक्त पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले जयराम ठाकुर
पालमपुर
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांगड़ा में कहा कि आपदा में प्रदेश के लोगों को अब तक जो भी राहत मिली है। वह केंद्र द्वारा ही दी गई दी गई है। यदि केंद्र सरकार ने सहयोग नहीं किया होता तो हालात बहुत ख़राब होते। केंद्र द्वारा भेजी गई मदद को भी राज्य सरकार सही ढंग से आपदा प्रभावितों तक नहीं पहुंचाया जा सका। नेता प्रतिपक्ष कांगड़ा के नवनियुक्त पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को बने नौ महीनें का समय ही हुआ है लेकिन आज हर कोई सरकार के ख़िलाफ़ है। आम लोगों से लेकर पार्टी के वरिष्ट नेता तक सरकार से नाराज़ है। अगर यह हालात सिर्फ़ नौ महीनें में हैं तो आगे न जाने क्या होगा।
अपने कांगड़ा प्रवास के दौरान वीरवार को कांगड़ा ज़िला के भाजपा मंडल जयसिंहपुर और सुलह के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सभी नव नियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि सभी पदाधिकारियों को पार्टी ने जो दायित्व ने उन्हें सौंपा है उसका वह तन, मन, धन निर्वहन करेंगे।
इस मौक़े पर उनके साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सुलह विधानसभा क्षेत्र के विधायक, भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर, पूर्व विधायक मुल्क राज प्रेमी, पूर्व विधायक रविंद्र धीमान, ज़िला पालमपुर भाजपा अध्यक्ष हरी दत्त शर्मा, प्रदेश भाजपा मीडिया सह-प्रभारी विश्व चक्षु, ज़िला महामंत्री राजेश राणु, सुलह भाजपा मंडल अध्यक्ष कैप्टन देश राज, वरिष्ट महिला कार्यकर्ता बीना श्रीवास्तव, रागिनी रूकवाल, मंडल महामंत्री चंद्रवीर कटोच, हंसराज चौधरी आदि सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कि पूरा प्रदेश आपदा के दौर से गुजर रहा है लेकिन प्रभावितों को राहत देने की बजे सरकार राजनीति कर रही है। हम जिस भी जगह जा रहे हैं, जिनसे भी मिल रहे हैं, हर जगह से एक ही बात सामने आ रही है लोगों के घर और जमीनें भारी बरसात से बह गई हैं। अब लोग बेघर हैं और उन्हें रहने के लिए जगह नहीं है। हालांकि अभी प्रशासन ने प्रभावितों को राहत शिविरों में ठहराया है। लोगों के लिए सरकार अब तक कोई स्थाई हल नहीं निकाल पाई है। केंद्र सरकार ने आपदा प्रभावितों के लिए घर मंज़ूर कर दिया है लेकिन राज्य सरकार प्रभावितों को देने के लिए जगह तक चिन्हित नहीं कर पाई है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि जल्द विधानसभा का सत्र होने वाला है। हम प्रभावितों की तरफ से उठाई जा रही जमीन के बदले जमीन और मकान के बदले मकान देने की मांग को प्रमुखता से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का नौ माह का कार्यकाल बेहद निराशाजनक रहा है। ये देश की ऐसी पहली सरकार है जिसकी लोकप्रियता पहले छः माह में ही इतनी गिर चुकी है कि लोग इनकी झूठी गारंटियों को देखते हुए कह रहे हैं की सत्ता तो हासिल कर ली पर जो वायदे किए थे उसका क्या हुआ
हम विपक्ष में हैं तो हम जनता की आवाज तो उठाएंगे ही। सत्ता पक्ष चाहता है कि हम आवाज भी न उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग इस सरकार से नौ महीनें में ही त्रस्त हो गये हैं। हिमाचल के लोग इसका जवाब लोकसभा चुनाव में देंगे।