मेले हैं आपसी मेल-मिलाप और अपनी संस्कृति के प्रचार-प्रसार का माध्यम: प्रवीण

सुलह

मेलों से आपसी मेल मिलाप और हमारी संस्कृति का प्रचार प्रसार होता है यह शब्द सुलह दशहरा कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पधारे हिम जनकल्याण संस्था के अध्यक्ष एवं पहाड़ी गपशप के संचालक प्रवीण शर्मा ने उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हमारे पूर्वजों ने मेलों की संस्कृति अपनाई है उसमें आपसी मेल मिलाप एक अहम कारण रहा है। उन्होंने कहा कि मेलों के आयोजन मैं लगे लोग घर-घर जाकर लोगों का सहयोग लेते हैं और उसके कारण एक दूसरे के साथ लोग जुड़ते हैं और हमारी संस्कृति विकसित होती है। उन्होंने इस दौरान आह्वान करते हुए कहा कि जो हमारे पुराने संस्कृति है और जो हमारे पहाड़ी कल्चर है उसे बचाने का प्रयास हम सबको सामूहिक किए जाने चाहिए।

इस अवसर पर मुख्यतिथि ने सर्वप्रथम मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात जनसमूह के साथ मेला ग्राउंड में रिबन काटने के पश्चात झंडा रस्म अदा की गई। उसके पश्चात कमेटी द्वारा मुख्य अतिथि को शॉल-पगड़ी और स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि की धर्मपत्नी मोनिका शर्मा को भी बैच लगाकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर साथ लगती पंचायतों के बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिन्हें कमेटी द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्य सलाहकार विनोद कुमार उप प्रधान राज शर्मा महासचिव संतोष किशोरी लाल वरिष्ठ उपप्रधान संयुक्त सचिव प्रताप उप प्रधान बलदेव सचिव स्वरूप विकास डोगरा तथा अजीत कुलदीप बंटी डिंपू रवि प्रशांत तथा जिला परिषद सदस्य संतोष कुमारी ककंडे प्रधान प्रवीण विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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