शिमला
पाकिस्तान के साथ सीमा पर जारी तनाव की बाद बेशक सीज फायर की घोषणा हो गई हो, लेकिन हालात सुधरने के बाद ही हिमाचल में डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत हुए बंदिशों के आदेश वापस लिए जाएंगे। भारत सरकार रात को पाकिस्तान के व्यवहार की निगरानी करेगी। इसके बाद राज्यों को सूचना भेजी जाएगी। इसी सूचना के अनुसार हिमाचल सरकार अपने उपायुक्तों को जरूरी निर्देश भेजेगी। पिछले 24 घंटे में हिमाचल के चार स्थानों पर पाकिस्तान की मिसाइल या ड्रोन को गिराए जाने के बाद मलबा मिला है। धर्मशाला में चल रहा आईपीएल का मैच कैंसल करना पड़ा था। इसके बाद कई जिलों में अलग-अलग प्रतिबंध लगे थे। बॉर्डर जिला ऊना में रात को शादी समारोह भी प्रतिबंधित कर दिए थे और ब्लैकआउट के आदेश थे। कुल्लू जिला ने ड्रोन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था। यहां तक की शादियों में प्रयोग किए जाने वाले ड्रोन भी प्रतिबंधित थे।
शिमला और चंबा समेत कुछ जिन्होंने सरकारी कर्मचारियों को हैड क्वार्टर न छोडऩे के आदेश दिए थे। शनिवार को सीज फायर की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी कहा था कि जहां-जहां मिसाइल का मलबा गिरा है, उन मैदानी जिलों के लिए पंजाब के साथ लगते जिलों का प्रोटोकॉल लागू किया जा रहा है। इसके तहत कांगड़ा, ऊना और सोलन जिला में पठानकोट में लागू प्रोटोकॉल लागू किया जा सकता था, लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं दिख रही। बंदिशों को लेकर सरकार पहले ही धीरे -धीरे कदम उठा रही थी, ताकि लोगों में पैनिक न हो।
छुट्टी के दिन दफ्तर आए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
राज्य सरकार द्वारा एक दिन पहले किए गए आदेश के मुताबिक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शनिवार को छुट्टी के बावजूद सचिवालय आए। वह करीब दो घंटा राज्य सचिवालय के दफ्तर में रुके और स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री के आने के कारण मुख्य सचिव और गृह सचिव भी सचिवालय में थे। डिजास्टर मैनेजमेंट का राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम पहले की तरह ही खुला था।