अचानक सीमेंट प्लांट बंद होने पर स्पष्टीकरण दे सरकार – विक्रम ठाकुर

 हिमाचल प्रदेश के पूर्व उधोग मंत्री तथा जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा है कि एसीसी तथा अंबुजा कंपनी प्रबंधन ने वरमाणा, दाडलाघाट तथा गग्गल स्थित फैक्ट्री को अचानक अनिश्चित काल के लिए बंद करने का निर्णय लिया है । विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस सीमेंट के दामों को लेकर जगह जगह शोर मचाती रही लेकिन अब तो उनके सत्ता में आते ही प्रदेश के अंदर दो सीमेंट प्लांट ही बंद हो गए । प्रदेश की जनता को कांग्रेस इस संदर्भ में स्पष्टीकरण दे कि ऐसे हालात क्यों उत्पन्न हुए हैं । हिमाचल प्रदेश में सीमेंट के अचानक दो प्लांट बंद होने से अफरा- तफरी का माहौल मच गया है । अति शीघ्र यदि सरकार द्वारा कारगार कदम नहीं उठाए गए तो प्रदेश के अंदर सीमेंट को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो सकता है । गुरुवार को उन्होंने जसवां में नवनिर्वाचित सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सीमेंट के प्लांट बंद होने से हजारों लोगों का रोजगार छिन गया है । ट्रक ऑपरेटर भी कंपनी के इस निर्णय से सकते में हैं । ट्रक यूनियन के लोग भी हिमाचल प्रदेश से संबंधित हैं तथा इस तरह के निर्णय से उनके कारोबार पर भी बड़ा असर पड़ेगा। उन्होंने कांग्रेस सरकार को शुरुआती दौर में ही अपेक्षाओं पर खरी न उतरने वाली सरकार बताते हुए कहा कि सरकार मंत्री बनाने में मस्त है जबकि प्रदेश की जनता इनके निर्णयों से त्रस्त है । नई सरकार बनने के बाद जो हालात प्रदेश के अंदर इस समय बन रहे हैं । प्रदेश के लोगों को इसकी उम्मीद नहीं थी । जनता ने कांग्रेस को यह सोच कर चुना था कि कांग्रेस सरकार 1 साल में 1 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा पूरा करेगी लेकिन 10 दिनों के अंदर ही हजारों लोगों का रोजगार छिन गया है और सरकार इस पर खामोश है । उन्होंने सरकार को इसके लिए पूर्णतया जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सरकार हिमाचल प्रदेश की जनता को यह स्पष्ट बताए कि प्रदेश के अंदर इस तरह के हालात क्यों बने हैं । प्रदेश के अंदर किस तरीके से सीमेंट के कारखाने चल सकते हैं , इसके लिए सरकार के पास क्या प्लान है । अभी तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ , जब प्रबंधन ने इस तरह के कदम उठाए हों या इस तरीके से उन्होंने कारखाने बंद होने का तर्क दिया हो । नई सरकार बनने के बाद पहली बार सीमेंट के प्लांटों पर ताले लटक जाने की घटना पहली बार घटित हुई है । विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस सीमेंट के दामों को लेकर हो हल्ला करती थी लेकिन पहले तो सरकार बनते ही सीमेंट के दामों में ₹5 प्रति बैग का इजाफा हुआ और अब सीमेंट के दो प्लांट बंद हो गए हैं जिसके लिए सरकार जवाबदेही से बच नहीं सकती । पूर्व उद्योग मंत्री ने सरकार को आगाह किया है कि सरकार शीघ्र इस मामले का समाधान निकाले ताकि इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े

Share News
Verified by MonsterInsights