“मूल्य आधरित राजनीती का जीवंत दस्तावेज है मेरा जीवन” : शांता कुमार

आगामी चुनावों में पालमपुर में पार्टी की विजय देखने की है इच्छा : शांता कुमार
पालमपुर

वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने ईश्वर का धन्यवाद किया है कि वे जब अपने 60 वर्ष के राजनैतिक जीवन को देखते हैं तो लगता लगता है कि उनका जीवन मूल्य आधरित राजनीती का जीवंत दस्तावेज है। उन्होंने आज की अवमूलयन की तरफ जाती राजनीती के दौर में बिना सत्ता के लोभ से, सत्य के मार्ग पर अडिग रहते हुए, देश और प्रदेश की सेवा का अवसर देने के लिए ईश्वर का धन्यवाद किया। उन्होंने हिमाचल में प्राकृतिक आपदा से हुई जन हानि और नुकसान में सभी से मिलकर पीड़ितों की सहायता करने का आग्रह किया और स्वयं तथा विवेकानंद ट्रस्ट् की संस्थाओं के माध्यम से अब तक ग्यारह लाख रूपये राहत कोष में देने की बात दोहराई।

वे अपने निवास स्थान यामिनी परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने आत्म कथा के हिंदी और अंग्रेजी में छपने पर ख़ुशी जाहिर की और केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के प्रयासों से उनकी आत्मकथा पंजाबी भाषा में भी छप रही है जिसका विमोचन 17 सितंबर को किया जायेगा।

शांता कुमार ने आपातकाल के समय 19 महीनों के जेल में बिताये समय को याद किया और उसके बाद मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में अंत्योदय योजना और पीने की पानी के लिए अलग विभाग बनाये जाने के कार्य को याद किया। उन्होंने दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद 1990 में हिमाचल प्रदेश के लिए पानी की रॉयल्टी के अपने संघर्ष और जल -विद्युत् परियोजनाओं के लिए निजी क्षेत्र को खोलने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार से सहयोग का भी जिक्र किया। उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए तत्कालीन वित्त मंत्री के विरोध के बाबजूद अंत्योदय अन्न योजना शुरू करने में सहयोग के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान का भी जिक्र किया।

शांता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया कि उन्हें कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए गठित कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया और उस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही केंद्र सरकार ने कृषि सम्मान निधि जैसी महत्वाकांक्षी योजना धरातल पर उत्तर पाई। उन्होंने बताया कि जिस दिन यह राशि किसानों के खाते में जाती है उस दिन इस कमेटी के सभी सदस्य आपस में बात करते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं।

शांता कुमार ने राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के सौ वर्ष पूर्ण होने के प्रश्न पर कहा कि 1950-51 से वे राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ, जन-संघ और फिर भाजपा से जुड़े रहे। आज देश में हमारी लगातार तीसरी बार सरकार है, कई प्रदेशों में हमारी सरकारें हैं, दुनिया के श्रेष्ठ नेता नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, धारा 370, राम मंदिर जैसे विषयों का समाधान हो चुका है, इस सबके पीछे राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के योगदान को कोई नहीं भुला का सकता।

शांता कुमार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के ‘नर सेवा नारायण सेवा’ के भाव से प्रेरित होकर आज विवेकानंद ट्रस्ट के अधीन करीब सौ करोड़ के चार सेवा प्रकल्प चल रहे हैं जिसमें सभी ट्रस्टी और कर्मचारी निष्ठापूर्वक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस दौरान विवेकानंद ट्रस्ट के ट्रस्ट एवं उनके सुपुत्र विक्रम शर्मा भी उपस्थित रहे।

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