भ्रष्टाचार पर बोले शांता वर्षों तक विदेशी भारत को लुटते रहे, अब अपने ही लगे हैं इस काम में

गंभीर भ्रष्टाचार के लिए हो फांसी का प्रावधान, पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया सुझाव

पालमपुर-22 दिसम्बर 2022
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि छोटे से हिमाचल प्रदेश में ही इतना भयंकर भ्रष्टाचार हो रहा है तो फिर पूरे भारत में भ्रष्टाचार से कितनी लूट हो रही है। यह सोचकर ही सिर चकराने लगता है और शर्म से झुक जाता है।
केवल तीन मामलों पर विचार करिये-लगभग 10 वर्ष पहले हिमाचल के गरीब बच्चों की छात्रवृति का केन्द्र से आया हुआ लगभग 250 करोड़ रू0 फर्जी छात्रों को कागज पर बांट दिया गया। इसमें प्रमुख अधिकारी, अध्यापक शामिल थे।अब सी.बी.आई. जांच कर रही है। देव-भूमि कही जाने वाली हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के मन्दिरों में इस प्रकार का भयंकर भ्रष्टाचार-सोचकर शर्म आती है।
उन्होंने कहा 42 हजार फर्जी डिग्रियां लगभग एक हजार करोड़ रू0 में बेच दी गई।बेचने वाला परिवार सहित विदेश में मौज कर रहा है। उसके बैंक खाते में अब कोई धन नही है, जांच हो रही है-होती रहेगी।
शांता कुमार ने कहा पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में कई प्रदेशों के लगभग 200 आरोपी हैं। पुलिस के घर में ही चोरी-बहुत शर्मनाक है। जांच चल रही है अभी तक हुआ कुछ नहीं।
उन्होंने कहा कि इन तीन मामलों के अतिरिक्त नशा आदि सैंकड़ों अपराध के और भी मामले प्रदेश में है। इस किस्म का भयंकर भ्रष्टाचार जब होता है तो यह बात कई लोगों तक पंहुचती होगी। उसी समय सरकार तक सूचना क्यों नही मिलती। शुरू में ही अपराधी क्यों नहीं पकड़े जाते। इसका एक ही कारण है कि पूरा तंत्र भ्रष्ट हो गया है। आम जनता भी भ्रष्टाचार में शामिल हो रही है। अपराध करने वाले अधिक चतुर और योग्य हो गये है और अपराध पकडने वाला तंत्र योग्य भी नही है और भ्रष्ट भी हो गया है। 42 हजार लोगों को फर्जी डिग्री मिली और कही पर सरकार को खबर नही लगी। सरकार का गुप्तचर विभाग भी इस तंत्र में कुण्ठित हो गया है।
शांता कुमार ने कहा दुर्भाग्य यह है कि समय पर जांच पूरी नहीं होती और सब अपराधी पकड़े नही जाते, जो पकड़े जाते है उनमें बहुत कम को सजा होती है।सरकार और जनता का सारा तंत्र अयोग्य भी हो गया है और भ्रष्ट भी हो गया है। धन्य है वे थोड़े से ईमानदार नेता व अधिकारी जिन के सहारे देश चल रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत की जनता के भाग्य में लुटना ही लिखा हैं कभी गजनी गौरी और चंगेज खां ने लूटा-फिर 200 साल तक अंग्रेजों ने लूटा और अब अपने ही देश के लूटेरे लूट रहे हैं। सदियों तक भारत लुटता रहा और आज भी लुट रहा है।लूटने का तरीका बदल गया। पहले पराये विदेशी लूटते थे अब अपने ही देश के लूटेरे लूट रहे है। लगभग 29 लोग करोड़ो अरबों रू0 लूट कर विदेशों में मौज मस्ती कर रहे हैं। एक को भी सरकार भारत में वापिस नही ला सकी है।
उन्होंने कहा सब से बड़ा कारण भ्रष्ट राजनीति है। यहां खुलेआम नेताओं की नीलामी होती है। चुनाव काले धन से जीते जाते हैं।
शांता कुमार ने कहा कि लोकसभा का एक अधिवेशन केवल और केवल इसी विषय पर विचार करने के लिए होना चाहिए। पार्टियों की दीवारों से ऊपर उठकर पूरे देश के नेता इस विषय पर विचार करें-कानून बदला जाएं। गंभीर भ्रष्टाचार के मामलों पर फांसी की सजा देने का प्रावधान किया जाए।

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