हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के गांव धमांदरी स्थित सरकारी स्कूल में दो छात्रों की निर्मम पिटाई मामले में प्रधानाचार्य पर मामला दर्ज हो गया है। घायल छात्र का दूसरे दिन भी क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में उपचार जारी है। घायल छात्र ने पुलिस को दी शिकायत में न केवल मारपीट के आरोप जड़े हैं, बल्कि उसका आरोप है कि प्रिंसिपल द्वारा छात्र का चरित्र प्रमाण पत्र खराब करने की धमकियां भी दी गई थी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। मामले की जानकारी मिलते ही शुक्रवार को उच्च शिक्षा उपनिदेशक ने स्कूल पहुंचकर स्कूल स्टॉफ से मामले की पूरी जानकारी जुटाई।
पुलिस को दी शिकायत में छात्र ने बताया कि वह धमांदरी सरकारी स्कूल में जमा दो कक्षा में पढ़ता है। छात्र ने बताया कि उनके स्कूल की बाथरुम के नल को किसी ने करीब तीन दिन पहले तोड़ दिया था। नल को तोडऩे के शक में ही स्कूल प्रधानाचार्य ने जमा एक और दो के करीब 12 बच्चे अपने आफिस में बुलाए। इनमें उनका नाम भी था, जब हम सभी उनके आफिस में पहुंचे, तो वहां पर कई अध्यापक भी मौजूद रहे। छात्र का आरोप है कि प्रधानाचार्य ने मुझे और एक छात्र को थप्पड़ों व मुक्कों सहित टांगों से मारपीट की। इतना ही नहीं, हमें चरित्र प्रमाण पत्र खराब करने की धमकियां भी दी। मारपीट में घायल छात्र को परिजनों द्वारा क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में भर्ती करवाया गया, जहां पर दूसरे दिन भी उपचार जारी है।
पीड़ित छात्र के मामा कमलदेव का कहना है कि प्रिंसिपल द्वारा उनके भांजे की बेरहमी से पिटाई की है, जबकि अगर पाइप टूटने का कोई मामला था तो बुरी तरह से मारने की बजाय इसकी जानकारी परिजनों को देनी चाहिए थी। वहीं उन्होंने इस पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है।