धर्मशाला, 17 अप्रैल। धर्मशाला में होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन से हिमाचल को दुनिया भर में ब्रांडिंग करने का एक बेहतर अवसर मिला है। यह सम्मेलन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने के संकल्प को और आगे बढ़ाने में मददगार होगा। लिहाजा, प्रदेश की सुक्खू सरकार इसे हर तरह से यादगार बनाने में जुटी है।
बता दें, 19-20 अप्रैल को होने वाले इस सम्मेलन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर चर्चा के लिए विभिन्न देशों के 70 प्रतिनिधि धर्मशाला आएंगे। हिमाचल में उनके प्रवास को यादगार बनाने के लिए तमाम प्रबंध किए गए हैं। सरकार ने जिला प्रशासन को यह तय बनाने को कहा है कि जी20 समूह के प्रतिनिधियों के लिए यहां सभी इंतजाम चौक चौबंद हों। साथ ही उन्हें हिमाचल और कांगड़ा की विरासत, कल्चर के साथ साथ, खानपान, कला, हैंडीक्राफ्ट से भी रूबरू कराया जाए, ताकि वे यहां की समृद्ध संस्कृति की नई तस्वीर अपने दिन दिमाग में सहेज कर साथ ले जाएं। स्पष्ट है भविष्य में इसका सीधा लाभ हिमाचल के पर्यटन उद्योग को मिलेगा।
डॉ. निपुण जिंदल का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित करने को संकल्पबद्ध हैं। ऐसे में जी20 समूह के प्रतिनिधियों का यहां आगमन बहुत उत्साहवर्धक है। यह मौका हमें अपने मेहमानों को कांगड़ा और हिमाचल की सांस्कृतिक विशिष्टता, विविधता और सुंदरता से रूबरू कराने का अवसर देगा। यह दुनिया भर में प्रदेश की ब्रांडिंग का शानदार मौका है। हमारा प्रयास है कि सम्मेलन में आने वाले मेहमान यहां से प्रदेश की एक अच्छी छवि लेकर जाएं।
उन्होंने बताया कि धर्मशाला में विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। सभी प्रबंधों को अंतिम रूप से जांचने के लिए उन्होंने एडीसी सौरभ जस्सल और एडीएम रोहित राठौर समेत तमाम प्रशासनिक अमले के साथ सोमवार को एयरपोर्ट और आयोजन स्थल का दौरा किया।
भरोसे और कार्यकुशलता का पर्याय है सुख की सरकार
उल्लेखनीय है कि हिमाचल को जी20 की मेजबानी मिलना प्रदेश की सुख की सरकार पर केंद्र के भरोसे और मुख्यमंत्री की धारदार कार्यशैली और कार्यकुशलता का परिणाम है। अपार प्राकृतिक सौंदर्य के साथ साथ सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की उपलब्धता की दृष्टि से जी20 बैठक के आयोजन के लिए धर्मशाला बेहतर शहर है। प्रदेश सरकार ने सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए सभी प्रबंध किए हैं।
सजधज के तैयार धर्मशाला
डीसी ने बताया कि धर्मशाला शहर की खास सजावट की गई है। कांगड़ा एयरपोर्ट की साज सज्जा के अलावा नेशनल हाईवे तथा राज्य सड़कों के दोनों ओर ब्रांडिंग और भवनों को आकर्षक तरीके से सजाने का काम किया गया है।
नवीनतम अनुसंधान और नवाचारों पर चर्चा
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि धर्मशाला में 19-20 अप्रैल को होने वाले जी20 सम्मेलन में ‘रिसर्च एंड इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग‘ विषय के तहत नवीनतम अनुसंधान और नवाचारों पर चर्चा होगी। इसमें विभिन्न देशों के 70 प्रतिनिधि भाग लेंगे। जी20 सम्मेलन के आयोजन के लिए होटल रेडिसन ब्लू को चिन्हित किया गया है। बैठक के अलावा मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था भी रेडिसन ब्लू में ही रहेगी।
ये रहेगा शेड्यूल
डीसी ने बताया कि सम्मेलन में भाग लेने के लिए आ रहे विभिन्न देशों के साइंटिस्ट, नीति निर्माता और विशेषज्ञ 18 अप्रैल को कांगड़ा हवाई अड्डे पहुंचेंगे। वहां पर उनका हिमाचली परंपरा के अनुरूप स्वागत सत्कार किया जाएगा। साथ ही उन्हें सिड््डू तथा अन्य हिमाचली पकवान और एप्पल टी, कांगड़ा टी जैसे पेय सर्व किए जाएंगे।
19 को आएंगे सीएम
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि 19 अप्रैल को दिन में तकनीकी सत्र होंगे, वहीं रात्रि में मेहमानों के लिए प्रदेश सरकार की ओर से ‘गाला डिनर’ का आयोजन किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शिरकत करेंगे, गाला डिनर का आयोजन एचपीसीए में होगा। मुख्यमंत्री मेहमानों को हिमाचली टोपी-शॉल के अलावा कांगड़ा पेंटिंग्स देकर सम्मानित करेंगे। इस दौरान प्रदेश की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखाने के लिए विविध सांस्कृतिक नृत्य एवं संगीत कार्यक्रम का आयोजन भी रहेगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में मंडी, कुल्लू, लाहुल स्पीति, सिरमौर, किन्नौर और चंबा जिले के लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
योगाभ्यास भी करेंगे डेलीगेट्स
डॉ. निपुण जिंदल बताया कि जी20 सम्मेलन में तकनीक व विज्ञान पर चर्चा के अलावा डेलीगेट्स योगाभ्यास भी करेंगे । 20 अप्रैल को आयुष विभाग के सौजन्य से मेहमानों के लिए प्रातः साढ़े 6 बजे आयोजन स्थल पर योग सत्र का आयोजन किया जाएगा। करीब पौने घंटे के इस सत्र में आयुष विभाग के प्रशिक्षक डेलीगेट्स को योगाभ्यास कराएंगे। 20 अप्रैल को योग सत्र में भाग लेने के उपरांत प्रतिनिधि धर्मशाला व आसपास के स्थानों के भ्रमण पर रहेंगे।
नरघोटा में चाय बागानों का करेंगे दीदार
उपायुक्त ने बताया कि 20 अप्रैल को डेलीगेट्स धर्मशाला के नरघोटा में चाय बागानों का दीदार करेंगे। वे बागान में चाय की पत्तियां चुनने का अनुभव भी लेंगे। वे मान टी फैक्टरी में चाय की प्रोसेसिंग जानने के साथ ही चाय के विविध फ्लेवर्स का टेस्ट भी लेंगे। उसके उपरांत वे कांगड़ा कला संग्रहालय का भ्रमण करेंगे। कला संग्रहालय में हिमाचली कला-संस्कृति और शिल्प से रूबरू होने के साथ ही लाईव कांगड़ा पेंटिंग भी का भी अनुभव ले सकेंगे।
21 अप्रैल को डकलीगेट्स कांगड़ा हवाई अड्डे से वापसी होगी।
सइंस-प्रौद्योगिकी व हैंडीक्राफ्ट पर प्रदर्शनी
वहीं, प्रदेश सरकार की ओर से जी20 सम्मेलन के दौरान कॉन्फ्रेंस वेन्यू पर साइंस व प्रौद्योगिकी, हैंडीक्राफ्ट पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें आईएचबीटी पालमपुर और कृषि विश्वविद्यालय द्वारा साइंस-प्रौद्योगिकी के नवाचार से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई जाएगी, वहीं हथकरघा-हस्तकला से जुड़े उत्पादों के प्रदर्शनी व बिक्री काउंटर भी लगाए जाएंगे। डेलीगेट्स यदि चाहें तो उन उत्पादों को खरीद भी सकेंगे। इसके लिए यूपीआई आधारित भुगतान की व्यवस्था रहेगी।
ये हैं जी20 के सदस्य देश
बता दें, जी20 में अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया,रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाईटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं। धर्मशाला में होने वाले सम्मेलन में इन देशों 70 के करीब प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है।