पालमपुर
शांता कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री ने एक वक्तव्य में कहा हिमाचल प्रदेश में यह आपदा नही, महाआपदा है। अखबार पढ़ कर आंखों में आंसु आ गये। दिल दहल गया और रूॅह भी कांपने लगी। सब कुछ लुटाकर आंसु बहाते पीड़ितों को देखना बहुत कठिन था।
उन्होंने कहा मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से इस आपदा पर ध्यान दे रहे है। प्रदेश सरकार और पूरी जनता एक जुट होकर आपदा का मुकाबला कर रहे हैं।
उन्होंने कहा मैंने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी और राष्ट्रिय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा को पत्र लिख कर आग्रह किया है कि केन्द्र सरकार से अधिक से अधिक सहायता करवायें।
शांता कुमार ने अपील की हिमाचल के भाई बहिनों से हाथ-जोड़ कर निवेदन और आग्रह कर रहा हूं कि महा संकट की इस घड़ी में पीड़ितों को छोड़ कर प्रत्येक हिमाचली मुख्यमंत्री राहत कोष में धन देकर इस यज्ञ में अपनी आहुति डाले। याद रखिये बूंद-बूंद से समुद्र भर जाता है। हिमाचल प्रदेश की 75 लाख आबादी है।पीड़ितों और अति गरीब को छोड़ कर यदि 60 लाख लोग औसत 100/- रू भी दे तो राहत कोश में 60 करोड़ रू0 इक्टठे हो जाते है। कुछ तो हजारों और लाखों भी दे सकते है। हिमाचल के भाई बहिनों सहायता का एक नया इतिहास बनायें।हमारेे सहयोग से पीड़ितों के आंखों के आंसु पोछें जा सकेंगे।
उन्होंने कहा मैंने अपनी तरफ से एक लाख रू0 शुरू में भेज दिये थे। आज 50 हजार रू0 का एक और चैक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए भेज रहा हूं।